Wednesday 30 November 2011

kuchh Muktak

फिजां खामोश खोई है , न दिखता कोई रस्ता है/ 
जो दिल का दर्द है चुपके से आँखों से बरसता  है// 
इलाज - ऐ- दर्द  है महंगा न कीमत दर्द की कोई ,
दवा मुश्किल से मिलती है यहाँ हर घाव सस्ता है // 

kuchh Muktak

ज़ुबां मिलती नहीं उसको हजारों कष्ट पता है / 
न खुशियाँ बाँट पाता है ,न अपने गम बताता है // 
कहें हम जानवर उसको ,मगर जो आदमी है वो 
ज़ुबां से ताज पाता है ज़ुबां से मात खाता है // 
करो तुम बंद ये आँखें ज़ुबां और होंठ को सी लो / 
ज़हर भी दें वो गर तुमको ,तो चुपके से उसे पी लो//
हमारे बीच से उड़  कर ज़रा ऊँचे पे जा बैठे , 
कहें तब चुप से मर जाओ जिलाएँ तब तलक जी लो //

[ तथाकथित नेताओं को समर्पित ]

kuchh Muktak

समय की चाल को समझो बड़ी ही ये निराली हर / 
कभी ये दूध सी उजली कभी रातों सी काली है // 
समय है हाथ गर अपने ;ज़हर,  दे स्वाद अमृत का / 
समय गर साथ ना दे तो भरी मुट्ठी भी खाली है // 
समय के खेल हैं सारे समय का हर नज़ारा है/ 
समय है साथ में जिसके चमकता वो सितारा है //
कहानी वक़्त के हाथों बिगडती या संवर जाती ,
समय तुम पर मेहरबाँ आज ; लेकिन कल हमारा है // 

kuchh Muktak

यहाँ गोविन्द गर्वीला मदनमोहन रसीला है / 
मधुर श्री श्यामसुंदर और दामोदर रंगीला है //
मेरे राधारमण के नित्य नव सौ सौ नज़ारे हैं ,
यहाँ घर घर में गोपीनाथ की रस रंग लीला है // 
नगर का रंग जी मंदिर बड़ी ऊँची अटारी है /
दुलारे राधावल्लभ की सजे बारात प्यारी है // 
नगर के द्वार पर बैठे लुटेरी नाम बजरंगी , 
नवल श्री धाम का रजा मेरा बाँके बिहारी है //


kuchh Muktak

जो बस संसार को जाने स्वयम को जान न पाए / 
सत्य का द्वार जो पहला उसी से लौट वो जाये //
भरी मन के कटोरे में जो मिटटी इस ज़माने की / 
मनुज उस पात्र में कैसे परम प्रभु को बिठा पाए // 
इसे  श्री धाम कहते हैं ये राधा  का दुलारा है / 
रसिक नटवर  की लीला ने सजाया और संवारा है //
यहाँ बसने की ऋषि मुनि देव गण भी याचना करते ,
सभी तीरथ विचरते हैं वो वृन्दाबन हमारा है //  


Monday 28 November 2011

kuchh Muktak

न बादल भेद करते हैं वो जब  पानी  गिराते  हैं/
गढ़े पानी भरे  रहते  हैं टीले सूख जाते हैं //
जो भीतर    से   भरे रहते, वो रह जाते सदा खाली /
जो खालीहाथ  रहते हैं वही प्रभु प्यार पाते  हैं //    

kuchh Muktak

ह्रदय को  शांति देता चित्त में बैराग्य  लाता है / 
तमस में डूबते मन को दिशा दीपक  दिखाता है// 
 करे अंतःकरण पावन  यहीं पर मोक्ष का अनुभव/ 
सदा   शुभ संत दर्शन  ही  हमें  हरि से मिलाता है//  

Sunday 27 November 2011

kuchh Muktak

नज़र उसकी जो सीधी हो तो फिर किस बात का भय हो /
करें जीवन में जो भी कर्म उन पर एक निश्चय हो //
लगायें काम की शुरुआत में बस एक जयकारा ,
त्रिलोकी में सदा बाँके बिहारी लाल की जय हो // 
                                   हमारे पाप का क्षय और प्रतिपल पुण्य संचय हो / 
                                   कन्हैया सांवरे नटवर के चरणों से लगी लय हो//
                                   सदा ब्रज वास की ही कामना करते हुए बोलें,
                                   त्रिलोकी में सदा बाँके बिहारी लाल की जय हो // 
मिले ब्रज धाम का रहना किया जब पुन्य अक्षय हो /
पिया जो नीर यमुना का तो क्यों फिर मृत्यु का भय हो //
यहाँ तो मुक्ति भी रज कामना मन में रखे कहती ,
त्रिलोकी में सदा बाँके बिहारी लाल की जय हो //   

Sultan khan ke Nidhan par Shrddhanjali

सारंगी के सूरमा गायन के सुल्तान /
सरल भाव  सज्जन सदय , सहस गुणों की खान // 
सहस गुणों की खान सुरों का सजा खज़ाना /
निरभिमान ऐसे सब को अपना ही माना// 
फिल्म गीत संगीत छुआ सब को बहुरंगी //  
हम को लगता आज अनाथ हुई सारंगी //


महान सारंगी वादक उस्ताद सुल्तान खान को भाव  श्रद्धांजलि

 

Chunavi Chakllas

हाथी पंजा साईकिल और कमल का फूल / 
कब तक हम करते रहें और भूल पर भूल //
और भूल पर भूल कि झूठे इनके वादे / 
जाग गयी जनता कोई इनको समझा दे // 
ये अवसर के यार न ये दो पल के साथी /
जनता, छाती चढ़ बैठेगी बन कर हाथी//








Criketiya Jhatke

गफलत में लुढका दिया जिता जिताया मैच / 
ये मत गिनियो यार तू  छूटे कितने कैच //
छूटे कितने कैच एक रन बन ना पाया / 
तेंदू जी ने शतक और थोडा सरकाया //
तू सच्चा किरकिटिया है तो इस पर रो मत /
खेल और नोटों में यों होंगी ही गफलत //
 

मह्गाई का तमाचा

महगाई सिर पर चढ़ी पिटे बुजुर्ग पंवार / 
अब पिटने के बाद की हाय हाय बेकार //
हाय हाय बेकार कि सोचो अब क्या करिए / 
अब तो बाबू जनता के गुस्से से डरिये//
बहुत खा चुके मुर्गा मछली और मलाई /
बचना तुमको खा न जाय डायन महंगाई //

Monday 21 November 2011

Namaskar

दोस्तों ...पहले कुछ ब्लाग्स बनाए पर उन्हें नियोजित नहीं कर पाया / इस बार  जानकारी और ईमानदारी दोनों के साथ कोशिश कर रहा हूँ / शायद सफलता  मिलेगी // धन्यवाद