सारंगी के सूरमा गायन के सुल्तान /
सरल भाव सज्जन सदय , सहस गुणों की खान //
सहस गुणों की खान सुरों का सजा खज़ाना /
निरभिमान ऐसे सब को अपना ही माना//
फिल्म गीत संगीत छुआ सब को बहुरंगी //
हम को लगता आज अनाथ हुई सारंगी //
महान सारंगी वादक उस्ताद सुल्तान खान को भाव श्रद्धांजलि
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