Sunday 27 November 2011

Sultan khan ke Nidhan par Shrddhanjali

सारंगी के सूरमा गायन के सुल्तान /
सरल भाव  सज्जन सदय , सहस गुणों की खान // 
सहस गुणों की खान सुरों का सजा खज़ाना /
निरभिमान ऐसे सब को अपना ही माना// 
फिल्म गीत संगीत छुआ सब को बहुरंगी //  
हम को लगता आज अनाथ हुई सारंगी //


महान सारंगी वादक उस्ताद सुल्तान खान को भाव  श्रद्धांजलि

 

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