Wednesday 7 December 2011

History Quiz 4

1. 'महमूद बेगड़ा' किस राज्य का प्रसिद्ध सुल्तान था?
    मालवा
    गुजरात
    ख़ानदेश
    जौनपुर
→    तुग़लक़ वंश के पतन के समय फ़िरोज़शाह तुग़लक़ के सूबेदार 'मलिक अहमद राजा फ़ारूक़ी' ने नर्मदा नदी एवं ताप्ती नदी के बीच 1388 ई. में ख़ानदेश की स्थापना की और साथ ही फ़ारूक़ी वंश की नींव रखी। इसका नाम ख़ानदेश इस लिए पड़ा, क्योंकि यहाँ के सभी सुल्तानों ने 'ख़ान' की उपाधि ग्रहण की और शासन किया।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-ख़ानदेश

2. प्रसिद्ध 'विरुपाक्ष मंदिर' कहाँ अवस्थित है?
    भद्राचलम
    चिदम्बरम
    हम्पी
    श्रीकालहस्ति
→   
विरुपाक्ष मन्दिर
'विरुपाक्ष मंदिर' को 'पंपापटी मंदिर' भी कहा जाता है, यह हेमकुटा पहाड़ियों के निचले हिस्से में स्थित है। हम्पी के कई आकर्षणों में से यह मुख्य है। 1509 में अपने अभिषेक के समय कृष्णदेव राय ने 'गोपुड़ा' का निर्माण करवाया था। भगवान 'विठाला' या भगवान विष्णु को यह मंदिर समर्पित है। 15वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर बाज़ार क्षेत्र में स्थित है। यह नगर के सबसे प्राचीन स्मारकों में से एक है।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-हम्पी

3. अकबर द्वारा बनवाई गई कौन-सी इमारत का नक्शा बौद्ध विहार की तरह है?
    पंचमहल
    दीवान ए ख़ास
    जोधाबाई का महल
    बुलंद दरवाजा

4. 'गुलबदन बेगम' निम्न में से किसकी पुत्री थीं?
    बाबर
    हुमायूँ
    शाहजहाँ
    औरंगज़ेब
→   
बाबर
14 फ़रवरी, 1483 ई. को फ़रग़ना में 'ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर' का जन्म हुआ था। बाबर अपने पिता की ओर से तैमूर का पाँचवा एवं माता की ओर से चंगेज़ ख़ाँ (मंगोल नेता) का चौदहवाँ वंशज था। उसका परिवार तुर्की जाति के 'चग़ताई वंश' के अन्तर्गत आता था। बाबर अपने पिता 'उमर शेख़ मिर्ज़ा' की मृत्यु के बाद 11 वर्ष की आयु में शासक बना था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-बाबर

5. 'गोविन्द महल', जो हिन्दू वास्तुकला का अप्रतिम उदाहरण है, कहाँ स्थित है?
    दतिया
    खजुराहो
    ओरछा
    ग्वालियर

6. किस सिक्ख गुरु ने गुरु नानक की जीवनी लिखी थी?
    गुरु अंगद देव ने
    गुरु रामदास ने
    गुरु अमरदास ने
    गुरु अर्जुनदेव ने

7. दक्षिण अफ़्रीका में महात्मा गाँधी द्वारा प्रकाशित पत्रिका का नाम क्या था?
    नवजीवन
    इंडियन ओपिनियन
    हरिजन
    अफ़्रीकन न्यूज

8. कवि मोहम्मद इक़बाल, जिन्होंने 'सारे जहाँ से अच्छा' लिखा, भारत के किस स्थान से संबंधित हैं?
    दिल्ली
    उत्तर प्रदेश
    पंजाब
    कश्मीर
→   
कश्मीर की घाटी
किंवदंती है कि, महर्षि कश्यप, श्रीनगर से तीन मील दूर 'हरि-पर्वत' पर रहते थे, जहाँ आजकल कश्मीर की घाटी है। वहाँ अति प्राचीन प्रागैतिहासिक काल में एक बहुत बड़ी झील थी, जिसके पानी को निकालकर महर्षि कश्यप ने इस स्थान को मनुष्यों के बसने योग्य बनाया था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-कश्मीर

9. वर्ष 1919 ई. में जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड कहाँ पर हुआ?
    अमृतसर
    नागपुर
    चंडीगढ़
    कलकत्ता
→   
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर
अमृतसर अनेक त्रासदियों और दर्दनाक घटनाओं का गवाह रहा है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा नरसंहार अमृतसर के जलियांवाला बाग़ में ही हुआ था। इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच जिस समय बंटवारा हुआ, उस समय भी अमृतसर में बड़ा नर संहार व हत्याकांड हुआ था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-अमृतसर

10. 'काकोरी ट्रेन डकैती कांड' के नायक कौन थे?
    राम प्रसाद बिस्मिल
    भगत सिंह
    बटुकेश्वर दत्त
    बरकतुल्ला
→   
राम प्रसाद बिस्मिल
पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ का जन्म उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर ज़िले में 11 जून, 1897 को हुआ। यह वह समय था, जब देश में राष्ट्रीय आन्दोलन ज़ोरों पर था। देश में ब्रिटिश हुक़ूमत के ख़िलाफ़ एक ऐसी लहर उठने लगी थी, जो पूरे अंग्रेज़ शासन को लीलने के लिए बेताब हो चली थी।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-राम प्रसाद बिस्मिल

11. उपन्यास 'दुर्गेश नन्दनी' के लेखक कौन हैं?
    रवीन्द्र नाथ टैगोर
    स्वर्ण कुमारी
    बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय
    तारकनाथ गंगोपाध्याय
→   
बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय
'बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय' ने साहित्य के क्षेत्र में कुछ कविताएँ लिखकर प्रवेश किया। उस समय बांग्ला भाषा में गद्य या उपन्यास कहानी की रचनाएँ कम लिखी जाती थीं। बंकिम ने इस दिशा में पथ-प्रदर्शक का काम किया। 27 वर्ष की उम्र में उन्होंने 'दुर्गेश नंदिनी' नाम का उपन्यास लिखा। इस ऐतिहासिक उपन्यास से ही साहित्य में उनकी धाक जम गई। फिर उन्होंने 'बंग दर्शन' नामक साहित्यिक पत्र का प्रकाशन प्रारम्भ किया।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय

12. चरक किसके राज-चिकित्सक थे?
    हर्षवर्धन
    चन्द्रगुप्त मौर्य
    अशोक
    कनिष्क
→   
कनिष्क का सिक्का
कनिष्क के संरक्षण में न केवल बौद्ध धर्म की उन्नति हुई, अपितु अनेक प्रसिद्ध विद्वानों ने भी उसके राजदरबार में आश्रय ग्रहण किया। वसुमित्र, पार्श्व और अश्वघोष के अतिरिक्त प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान नागार्जुन भी उसका समकालीन था। नागार्जुन बौद्ध धर्म का प्रसिद्ध दार्शनिक हुआ है, और महायान सम्प्रदाय का प्रवर्तक उसी को माना जाता है। उसे भी कनिष्क का संरक्षण प्राप्त था। आयुर्वेद का प्रसिद्ध आचार्य चरक भी उसके आश्रय में पुष्पपुर में निवास करता था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-कनिष्क

13. गुप्त शासकों द्वारा जारी किए गए चाँदी के सिक्के क्या कहलाते थे?
    रुपक
    कार्षापण
    दीनार
    पण

14. 'विजय स्तंभ' कहाँ स्थित है?
    चित्तौड़गढ़
    दिल्ली
    झाँसी
    फ़तेहपुर सीकरी
→   
कीर्ति स्तम्भ, चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ के सात सात दरवाज़े बहुत प्रसिद्ध हैं। इन दरवाज़ों के नाम हैं—पद्मपोल, भैरवपोल, हनुमानपोल, गणेशपोल, जोठलापोल और रामपोल। भैरवपोल के पास जयमल और कल्लू राठौर के स्मारक हैं। रामपोल के ही निकट पलालेश्वर है, जहाँ राणा साँगा की कई तोपे रखी हैं। निकटस्थ शांतिनाथ के जैन मन्दिर को मुग़ल शासकों ने विध्वंस कर दिया था। वीरांगना पन्ना धाय का महल 'रानीमहल' के निकट ही है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-चित्तौड़गढ़

15. कश्मीर पर लगभग 50 वर्ष तक शासन करने वाली 'रानी दिद्दा' किस वंश की थीं?
    कर्कोटक वंश
    उत्पल वंश
    लोहार वंश
    इनमें से कोई नहीं
→    लोहार वंश का संस्थापक 'संग्रामराज' था। संग्रामराज के बाद 'अनन्त' इस वंश का शासक हुआ। उसने अपने शासन काल में सामन्तों के विद्रोह को कुचला। उसके प्रशासन में उसकी पत्नी रानी 'सूर्यमती' सहयोग करती थी। अनन्त का पुत्र 'कलश' एक कमज़ोर शासक था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-लोहार वंश
1. अकबर का अंतिम विजय अभियान कौन-सा था?
    मालवा विजय
    गुजरात विजय
    असीरगढ़ विजय
    हल्दीघाटी का युद्ध
→   
असीरगढ़ क़िला
सम्राट अकबर असीरगढ़ की प्रसिद्धि सुनकर इस क़िले पर अपना अधिपत्य स्थापित करने के लिए व्याकुल हो रहा था। जैसे ही फ़ारूक़ी शासक 'बहादुरशाह' को इस बात की सूचना मिली, उसने अपनी सुरक्षा के लिए क़िले में ऐसी शक्तिशाली व्यवस्था की, कि दस वर्षों तक क़िला घिरा रहने पर भी बाहर से किसी वस्तु की आवश्यकता नहीं पड़ी। सम्राट अकबर ने 17 जनवरी, सन 1601 ई. को असीरगढ़ के क़िले पर चढ़ाई की और उस पर विजय प्राप्त कर ली।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-असीरगढ़

2. शिवाजी को 'राजा' की उपाधि किसने प्रदान की थी?
    बीजापुर के शासक ने
    अहमदनगर के शासक ने
    औरंगजेब ने
    महाराजा जयसिंह ने
→   
औरंगज़ेब का दरबार
'जयपुर भवन' से फरार होने के बाद शिवाजी तीन वर्ष तक मुग़लों के साथ शांतिपूर्वक रहे। मुग़ल शासक औरंगज़ेब ने उन्हें राजा की उपाधि तथा बरार में एक जागीर प्रदान की, तथा उनके पुत्र शम्भुजी को 'पंचहज़ारी सरदार' के पद पर नियुक्ति किया। शिवाजी ने रायगढ़ में 16 जून, 1674 ई. को अपना राज्याभिषेक करवाकर ‘छत्रपति’ की उपाधि धारण की। 14 अप्रैल, 1680 ई. को उनकी मृत्यु के बाद उनका पुत्र शम्भुजी मराठा शासक बना।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-औरंगजेब

3. किस मराठा शासक के शासनकाल को पेशावाओं के शासनकाल के नाम से जाना जाता है।
    राजाराम
    औरंगज़ेब
    शाहू
    शभ्भाजी
→    बाजीराव प्रथम तथा बालाजी बाजीराव ने, जो क्रमश: द्वितीय तथा तृतीय पेशवा हुए, शाहू की शक्ति एवं सत्ता का उत्तरी तथा दक्षिणी भारत में विशेष विस्तार किया। वस्तुत: शाहू ने पेशवा का पद बालाजी विश्वनाथ के वंशजों को पैतृक रूप में दे दिया था और स्वयं राज्यकार्य में विशेष रुचि न लेकर शासन का समस्त भार पेशवाओं पर ही छोड़ दिया।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-शाहू

4. जहाँगीर ने किसे 'ख़ान' की उपाधि से सम्मानित किया था?
    विलियम हॉकिंस
    टॉमस रो
    एडवर्ड टैरी
    इनमें से कोई नहीं
→    विलियम हॉकिंस ईस्ट इण्डिया कम्पनी का एक कर्मचारी तथा व्यापारी था। वह फ़ारसी भाषा का बहुत अच्छा जानकार था। हॉकिंस, 'हेक्टर' नामक जहाज़ पर सवार होकर पूर्व की ओर ईस्ट इण्डिया कम्पनी की तीसरी यात्रा का संचालक था। जहाँगीर उससे अक्सर मिला करता था और उसने हॉकिन्स को 400 सवारों का मनसबदार बना दिया था। हॉकिन्स को जहाँगीर ने 'ख़ान' की उपाधि देकर सम्मानित किया था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-विलियम हॉकिंस

5. नालन्दा विश्वविद्यालय किसलिए विश्व प्रसिद्ध था?
    चिकित्सा विज्ञान
    तर्कशास्त्र
    बौद्ध धर्म दर्शन
    रसायन विज्ञान
→   
नालंदा विश्विविद्यालय, नालंदा, बिहार
नालंदा में बौद्ध धर्म के अतिरिक्त 'हेतुविद्या', 'शब्दविद्या', 'चिकित्सा शास्त्र', अथर्ववेद तथा सांख्य दर्शन से संबधित विषय भी पढ़ाए जाते थे। युवानच्वांग ने लिखा था कि, 'नालंदा के एक सहस्त्र विद्वान आचार्यों में से सौ ऐसे थे, जो सूत्र और शास्त्र जानते थे। पांच सौ, 3 विषयों में पारंगत थे, और बीस, 50 विषयों में। केवल शीलभद्र ही ऐसे थे, जिनकी सभी विषयों में समान गति थी।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-बौद्ध दर्शन

6. किस विदेशी यात्री ने भारत का दौरा सबसे पहले किया था?
    ह्वेन त्सांग
    इत्सिंग
    मैगस्थनीज़
    फाह्यान
→    चन्द्रगुप्त मौर्य एवं सेल्युकस के मध्य हुई संधि के अंतर्गत, जहाँ सेल्यूकस ने अनेक क्षेत्र 'एरिया', 'अराकोसिया', 'जेड्रोशिया', 'पेरापनिसदाई' आदि चन्द्रगुप्त को प्रदान किये, वहीं उसने मैगस्थनीज़ नामक यूनानी राजदूत भी मौर्य दरबार में भेजा। भारत में राजदूत नियुक्त होने से पूर्व मैगस्थनीज़ 'एराक्रोशिया' के क्षत्रप 'सिबाइर्टिओस' के यहां महत्त्वपूर्ण अधिकारी के पद पर कार्यरत था। मैगस्थनीज़ ने 'इण्डिका' में भारतीय जीवन, परम्पराओं, रीति-रिवाजों का वर्णन किया है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-मैगस्थनीज़

7. मानव द्वारा सर्वप्रथम प्रयुक्त अनाज कौन-सा था?
    गेहूँ
    जौ
    चावल
    बाजरा
→   
चावल की फ़सल
चावल धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। कोई भी पूजा, यज्ञ आदि अनुष्ठान बिना चावल के पूर्ण नहीं हो सकता। चावल अर्थात 'अक्षत' का मतलब, जिसका क्षय नहीं हुआ है। शास्त्रों के अनुसार अक्षत ही एक ऐसा अनाज है, जिसे पूर्ण स्वरूप माना जाता है। पूर्ण स्वरूप होने के कारण इसे सभी देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-चावल

8. हिन्दू विधि पर एक पुस्तक 'मिताक्षरा' किसने लिखी है?
    नयचन्द्र
    अमोघवर्ष
    विज्ञानेश्वर
    कंबन

9. निम्नलिखित में किस भक्ति संत ने अपने संदेश के प्रचार के लिए सबसे पहले हिन्दी का प्रयोग किया?
    दादू दयाल
    कबीर
    रामानन्द
    तुलसीदास
→    रामानंद संप्रदाय का नाम 'श्रीसंप्रदाय' तथा 'वैरागी संप्रदाय' भी है। इस संप्रदाय में आचार पर अधिक बल नहीं दिया जाता। कर्मकांड का महत्त्व यहाँ बहुत कम है। इस संप्रदाय के अनुयायी 'अवधूत' और 'तपसी' भी कहलाते हैं। रामानन्द के धार्मिक आंदोलन में जाति-पांति का भेद-भाव नहीं था। उनके शिष्यों में हिंदुओं की विभिन्न जातियों के लोगों के साथ-साथ मुसलमान भी थे। भारत में रामानन्दी साधुओं की संख्या सर्वाधिक है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-रामानन्द

10. निम्नलिखित में से किन शासकों के पास एक शक्तिशाली नौसेना थी?
    चोल
    पांण्ड्य
    चेर
    पल्लव
→   
राजा राजराजा चोल और गुरु (शिक्षक) करूवुरार
चोलों की स्थायी सेना में पैदल, गजारोही, अश्वारोही आदि सैनिक शामिल होते थे। इनके पास एक बड़ी शक्तिशाली नौसेना रहती थी, जो राजराज प्रथम एवं राजेन्द्र प्रथम के समय में चरमोत्कर्ष पर थी। बंगाल की खाड़ी चोल नौसेना के कारण ही 'चोलों की झील' बन गई। 'बड़पेर्र कैककोलस' राजा की व्यक्तिगत सुरक्षा में तैनात पैदल दल को कहते थे, जबकि 'कुंजिर-मल्लर' गजारोही दल को, 'कुदिरैच्चैवगर' अश्वारोही दल को, 'बिल्लिगल' धनुर्धारी दल को कहा जाता था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-चोल

11. 'तुग़लक़नामा' के रचनाकार का नाम है-
    तबरी
    गुलबदन बेगम
    अमीर ख़ुसरो
    अलबेरूनी
→   
अमीर ख़ुसरो
जलालुद्दीन ख़िलजी के हत्यारे उसके भतीजे अलाउद्दीन ख़िलजी ने भी सुल्तान होने पर अमीर ख़ुसरो को सम्मानित किया, और उन्हें राजकवि की उपाधि प्रदान की। अलाउद्दीन ख़िलजी की प्रशंसा में अमीर ख़ुसरो ने जो रचनाएँ कीं, वे अभूतपूर्व थीं। ख़ुसरो की अधिकांश रचनाएँ अलाउद्दीन ख़िलजी के राजकाल की ही हैं। तुग़लक़नामा अमीर ख़ुसरो द्वारा रचित अंतिम कृति है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-अमीर ख़ुसरो

12. कृष्णदेव राय किसके समकालीन थे?
    शेरशाह सूरी
    हुमायूँ
    बाबर
    अकबर
→   
हुमायूँ
'नासिरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ' का जन्म बाबर की पत्नी ‘माहम बेगम’ के गर्भ से 6 मार्च, 1508 ई. को काबुल में हुआ था। बाबर के 4 पुत्रों-हुमायूँ, कामरान, अस्करी और हिन्दाल में हुमायूँ सबसे बड़ा था। बाबर ने उसे अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था। भारत में राज्याभिषेक के पूर्व 1520 ई. में 12 वर्ष की अल्वायु में उसे बदख्शाँ का सूबेदार नियुक्त किया गया।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-हुमायूँ

13. 'आदिग्रंथ' किसने संकलित किया था?
    गुरु नानक ने
    गुरु अर्जुन ने
    गुरु रामदास ने
    गुरु गोविन्द सिंह ने

14. चोल काल में 'कडिमै' का अर्थ क्या था?
    भूराजस्व/लगान
    गृह कर
    चारागाह कर
    जलाशय कर

15. 'ब्रह्म समाज' किस सिद्धांत पर आधारित है?
    एकेश्वरवाद
    बहुदेववाद
    अनीश्वरवाद
    अद्वैतवाद
→    व्यावहारिक जीवन में एकेश्वरवाद की प्रधानता होते हुए भी पारमार्थिक और आध्यात्मिक अनुभूति की दृष्टि से इसका पर्यवसान अद्वैतवाद में होता है। 'अद्वैतवाद' अर्थात् मानव के व्यक्तित्व का विश्वात्मा में पूर्ण विलय। जागतिक सम्बन्ध से एकेश्वरवाद के कई रूप हैं। ब्रह्म समाज अधिकांशत: एकेश्वरवाद के सिद्धांत पर ही आधारित है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-एकेश्वरवाद
1. बाबर ने प्रसिद्ध ‘तुगलमा नीति’ का प्रयोग सर्वप्रथम किस युद्ध में किया?
    खानवा के युद्ध में
    घाघरा के युद्ध में
    पानीपत के प्रथम युद्ध में
    उपर्युक्त सभी में

2. किस युद्ध को जीतने के बाद शेरशाह ने दिल्ली में अफ़ग़ान सत्ता की स्थापना की?
    बिलग्राम का युद्ध
    कालिंजर का युद्ध
    चौसा का युद्ध
    तालीकोटा का युद्ध

3. किस गुप्तकालीन शासक को ‘कविराज’ कहा गया है?
    श्रीगुप्त
    चन्द्रगुप्त द्वितीय
    समुद्रगुप्त
    स्कन्दगुप्त

4. इतिहासकार 'स्मिथ' ने अकबर के किस अभियान को ‘ऐतिहासिक द्रुतगामी आक्रमण’ कहा था?
    पानीपत के युद्ध को
    हल्दीघाटी के युद्ध को
    द्वितीय गुजरात अभियान को
    कश्मीर के अभियान को

5. किस गुप्तकालीन शासक को 'कविराज' कहा गया है?
    वीणा
    पखावज
    सितार
    नक्कारा

6. अकबर और राणा प्रताप के मध्य हल्दीघाटी का प्रसिद्ध युद्ध कब लड़ा गया था?
    18 जून, 1576 ई.
    18 जून, 1574 ई.
    30 जुलाई, 1578 ई.
    इनमें से कोई नहीं

7. निम्न इतिहासकारों में से किसने अकबर को ‘इस्लाम का शत्रु’ कहा था?
    अब्बास ख़ाँ शेरवानी
    बदायूँनी
    अहमद यादगार
    फ़रिश्ता

8. जहाँगीर ने किसके द्वारा अबुल फ़ज़ल की हत्या करवाई?
    वीरसिंह देव
    महावत ख़ाँ
    राजा मानसिंह
    अस्करी

9. अंग्रेज़ दूत कैप्टन हॉकिन्स एवं सर टामस रो किस मुग़ल बादशाह के दरबार में आये थे?
    जहाँगीर
    अकबर
    शाहजहाँ
    औरंगज़ेब

10. तेभागा आंदोलन के किसानों की प्रमुख मांगें क्या थीं?
    मज़दूरी बढ़ाना
    सम्मानजनक व्यवहार की मांग
    कुल उपज का 1/3 कर लेने की मांग
    जमींदारी प्रथा का अंत

11. किस सिक्ख नेता की इस्लाम धर्म ग्रहण न करने पर औरंगज़ेब ने हत्या करवा दी?
    गुरु हरगोविंद सिंह
    गुरु गोविन्द सिंह
    गुरु तेग बहादुर सिंह
    गुरु अंगद

12. 30 दिसम्बर, 1530 ई. को हुमायूँ का राज्याभिषेक कहाँ पर किया गया था?
    आगरा
    दिल्ली
    काबुल
    लाहौर

13. शाहजहाँ की किस पुत्री ने क़ैद के समय उसकी सेवी की?
    रोशन आरा
    जहाँन आरा
    गुलबदन
    उपर्युक्त सभी ने

14. काशी के किस प्रसिद्ध विद्वान ने शिवाजी का राज्याभिषेक करवाया था?
    श्री विश्वेश्वर जी
    श्री गंगाभट्ट
    गुरु रामदास
    इनमें से कोई नहीं

15. निम्न में से किसने मराठों की राजधानी को सतारा से पूना स्थानान्तरित किया?
    राजा शाहू
    शम्भाजी
    बाजीराव प्रथम
    बालाजी विश्वनाथ
1. निम्न में से कौन-सी कर्नाटक की राजधानी थी?
    अर्काट
    श्रीरंगम
    तंजौर
    त्रिचनापल्ली

2. जब सिन्ध का विलय हुआ, उस समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
    लॉर्ड एलेनबरो
    लॉर्ड ऑकलैण्ड
    लॉर्ड हार्डिंग प्रथम
    लॉर्ड हेस्टिंग्स

3. वह ब्रिटिश सेनापति कौन था, जिसने मीर क़ासिम को 1763 ई. में कई युद्धों में परास्त किया?
    मेजर एडम्स
    कर्नल हॉलवेल
    कर्नल मालेसन
    मेजर हेक्टर मुनरो

4. 'द्वैध शासन प्रणाली' का प्रारम्भ किस वर्ष में हुआ था?
    1784 ई.
    1813 ई.
    1833 ई.
    1853 ई.

5. किस आन्दोलन के दौरान तिलक ने यह प्रसिद्ध नारा दिया कि, ‘स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा।’
    बंग भंग
    होमरूल लीग
    असहयोग आन्दोलन
    सविनय अवज्ञा आन्दोलन

6. 'अखिल भारतीय किसान सभा' का गठन कब और कहाँ हुआ था?
    1935-बम्बई
    1942-कानपुर
    1938-कलकत्ता
    1934-लखनऊ

7. 'क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद' का निर्माण किस मुस्लिम शासक ने कराया था?
    शाहजहाँ
    कुतुबुद्दीन ऐबक
    ग़यासुद्दीन तुग़लक़
    फ़िरोज़शाह तुग़लक़

8. झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु हुई थी?
    (18 जून, 1858)
    (18 जुलाई, 1857)
    (25 मई, 1858)
    (29 अक्टूबर, 1859)

9. 'नेहरू रिपोर्ट' का मूल विषय क्या था?
    हिन्दू-मुस्लिम एकता
    भावी राष्ट्रीय आन्दोलन की रूपरेखा
    भारतीयों की दयनीय आर्थिक स्थिति
    भारत का भावी संविधान

10. किस गवर्नर-जनरल ने अपने को ‘बंगाल का शेर’ कहा था?
    लॉर्ड कॉर्नवॉलिस
    लॉर्ड कर्ज़न
    वारेन हेस्टिंग्स
    लॉर्ड वेलेज़ली

11. रौलट एक्ट पारित हो जाने के बाद केन्द्रीय व्यवस्थापिका सभा से किसने इस्तीफ़ा नहीं दिया?
    मोहम्मद अली जिन्ना
    अजमल ख़ाँ
    मदन मोहन मालवीय
    वल्लभ भाई पटेल

12. ‘हिन्दू तथा मुसलमान एक सुन्दर वधू अर्थात् भारत की दो आँखें हैं’, यह कथन किसका है?
    महात्मा गाँधी
    सर सैयद अहमद ख़ाँ
    मौलाना मुहम्मद अली
    जवाहर लाल नेहरू

13. निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ में सर्वप्रथम पुनर्जन्म के सिद्धान्त का उल्लेख मिलता है?
    ऋग्वेद
    ऐतरेय ब्राह्मण
    श्वेताश्वतरोपनिषद
    बृहदारण्यकोपनिषद

14. ऋषि अगस्त्य के शिष्य 'तोलक्कपियर' ने 'तोलकापियम' नामक ग्रन्थ की रचना की थी, उसमें वर्णित विषय था?
    तमिल व्याकरण
    संस्कृत व्याकरण
    श्रृंगार कविताएँ
    महापुरुषों का जीवन चरित्र

15. 1908 ई. में मजदूरों ने बम्बई में 6 दिन तक हड़ताल रखी। इसका मुख्य उद्देश्य क्या था?
    बंग भंग का विरोध
    तिलक के कारावास का विरोध
    छंटनी का विरोध
    मिल मालिकों द्वारा की गई तालाबन्दी का विरोध
1. संगमकालीन साहित्य में 'कोन, को एवं मन्नन' किसके लिए प्रयुक्त होते थे?
    प्रधानमंत्री
    सेनाधिकारी
    राजस्व मंत्री
    राजा

2. लॉर्ड लिनलिथगो के शासनकाल में ‘चेटफ़ील्ड कमेटी’ की नियुक्ति हुई। इसका सम्बन्ध किस विषय से था?
    कृषि तथा सिंचाई सुधार
    मौद्रिक सुधार
    भारतीय सेना का आधुनिकीकरण
    प्रान्तीय स्वायत्तता

3. अपनी दानशीलता के लिए किस भारतीय को ‘प्रिंस’ की उपाधि मिली थी?
    लाला लाजपत राय
    जवाहर लाल नेहरू
    देवेन्द्रनाथ ठाकुर
    दादाभाई नौरोजी
→    'देवेन्द्रनाथ ठाकुर' कलकत्ता निवासी श्री द्वारकानाथ ठाकुर के पुत्र थे, जो प्रख्यात विद्वान और धार्मिक नेता थे। देवेन्द्रनाथ ठाकुर को अपनी दानशीलता के कारण 'प्रिंस' की उपाधि प्राप्त हुई थी। पिता से उन्होंने ऊँची सामाजिक प्रतिष्ठा तथा ऋण उत्तराधिकार में प्राप्त किया था। नोबेल पुरस्कार विजेता रबीन्द्रनाथ ठाकुर, देवेन्द्रनाथ ठाकुर के पुत्र थे।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-देवेन्द्रनाथ ठाकुर

4. ‘मुस्लिम लीग’ ने अपने किस अधिवेशन में ‘डिवाइड एण्ड क्विट’ का नारा दिया था?
    लाहौर अधिवेशन, 1940 ई.
    कराची अधिवेशन, 1933 ई.
    कराची अधिवेशन, 1943 ई.
    लखनऊ अधिवेशन, 1931 ई.

5. ‘सविनय अवज्ञा आन्दोलन’ अन्तिम रूप से कब वापस लिया गया?
    15 मार्च, 1933 ई.
    31 जुलाई, 1934 ई.
    5 मार्च, 1931 ई.
    7 अप्रैल, 1934 ई.

6. मुस्लिमों ने ‘असहयोग आन्दोलन’ में भाग लिया। इसका मुख्य कारण क्या था?
    1931 ई. का मुस्लिम लीग का प्रस्ताव
    1916 ई. का 'लखनऊ एक्ट'
    'ख़िलाफ़त आन्दोलन' में मिला सहयोग
    जिन्ना के विशेष अनुरोध पर

7. ब्राह्मण ग्रंथों में सर्वाधिक प्राचीन कौन है?
    ऐतरेय ब्राह्मण
    शतपथ ब्राह्मण
    पंचविंश ब्राह्मण
    गोपथ ब्राह्मण
→    शतपथ ब्राह्मण शुक्ल यजुर्वेद के दोनों शाखाओं काण्व व माध्यन्दिनी से सम्बद्ध है। यह सभी ब्राह्मण ग्रन्थों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है। इसके रचयिता याज्ञवल्क्य को माना जाता है। शतपथ के अन्त में उल्लेख है- 'ष्आदिन्यानीमानि शुक्लानि यजूशि बाजसनेयेन याज्ञावल्येन ख्यायन्ते।' शतपथ ब्राह्मण में 14 काण्ड हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के यज्ञों का पूर्ण एवं विस्तृत अध्ययन मिलता हे। 6 से 10 काण्ड तक को शाण्डिल्य काण्ड कहते हैं। इसमें गंधार, कैकय और शाल्व जनपदों की विशेष चर्चा की गई है। अन्य काण्डों में आर्यावर्त के मध्य तथा पूर्वी भाग कुरू, पंचाल, कोसल, विदेह, सृजन्य आदि जनपदों का उल्लेख हैं। शतपथ ब्राह्मण में वैदिक संस्कृत के सारस्वत मण्डल से पूर्व की ओर प्रसार होने का संकेत मिलता है। शतपथ ब्राह्मण में यज्ञों को जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण कृत्य बताया गया है। अश्वमेध यज्ञ के सन्दर्भ में अनेक प्राचीन सम्राटों का उल्लेख है, जिसमें जनक, दुष्यन्त और जनमेजय का नाम महत्त्वपूर्ण है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:- शतपथ ब्राह्मण

8. ‘साइमन कमीशन’ का वह कौन-सा सदस्य था, जो बाद में ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बना?
    रैम्जे मैकडोनाल्ड
    विन्स्टन चर्चिल
    सैमुअल होर
    क्लीमेंट एटली

9. किस सत्याग्रह को ‘दिल्ली चलो सत्याग्रह’ के नाम से भी जाना जाता है?
    व्यक्तिगत सत्याग्रह
    भारत छोड़ो आन्दोलन
    बारदोली सत्याग्रह
    नमक सत्याग्रह

10. ‘नौजवान भारत सभा’ की स्थापना 1929 ई. में हुई थी। इसके संस्थापक कौन थे?
    सुखदेव
    चन्द्रशेखर आज़ाद
    भगत सिंह
    बटुकेश्वर दत्त
→   
सरदार भगत सिंह
कानपुर में भगत सिंह को श्री गणेश शंकर विद्यार्थी का हार्दिक सहयोग भी प्राप्त हुआ था। देश की स्वतंत्रता के लिए अखिल भारतीय स्तर पर क्रान्तिकारी दल का पुनर्गठन करने का श्रेय सरदार भगत सिंह को ही जाता है। उन्होंने कानपुर के 'प्रताप' में 'बलवंत सिंह' के नाम से तथा दिल्ली में 'अर्जुन' के सम्पादकीय विभाग में 'अर्जुन सिंह' के नाम से कुछ समय काम किया और अपने को 'नौजवान भारत सभा' से भी सम्बद्ध रखा, जिसकी स्थापना उन्होंने की थी।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-भगत सिंह

11. ‘मुस्लिम लीग’ ने किस दिन को ‘पाकिस्तान दिवस’ के रूप में मनाया?
    23 जून, 1944 ई.
    25 मार्च, 1944 ई.
    21 सितम्बर, 1946 ई.
    27 मार्च, 1947 ई.

12. जवाहर लाल नेहरू ने किसे ‘गुमराह देशभक्त’ की संज्ञा दी थी?
    समाजवादी कांग्रेसियों को
    कम्युनिस्टों को
    आज़ाद हिन्द फौज के जवानों को
    उग्रवादी क्रान्तिकारियों को
→   
आज़ाद हिन्द फ़ौज का ध्वज
'नेताजी' के नाम से विख्यात सुभाषचन्द्र बोस ने सशक्त क्रान्ति द्वारा भारत को स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर, 1943 को 'आज़ाद हिन्द सरकार' की स्थापना की तथा 'आज़ाद हिन्द फौज' का गठन किया। इस संगठन के प्रतीक चिह्न पर एक झंडे पर दहाड़ते हुए बाघ का चित्र बना होता था। 'क़दम-क़दम बढाए जा, खुशी के गीत गाए' जा-इस संगठन का वह गीत था, जिसे गुनगुना कर संगठन के सेनानी जोश और उत्साह से भर उठते थे।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-आज़ाद हिन्द फौज

13. किस घटना के पश्चात् महात्मा गाँधी ने ब्रिटिश सरकार को 'शैतानी लोग' कहा था?
    जलियाँवाला बाग़ हत्याकाण्ड
    रौलट एक्ट पास होने के समय
    साम्प्रदायिक निर्णय के पश्चात्
→   
महात्मा गाँधी
अंग्रेज़ों द्वारा जनतांत्रिक अधिकारों का विकास करने के बजाय नागरिक अधिकारों पर और ज़्यादा अंकुश लगाने से देश में असंतोष की लहर सी उमड़ पड़ी थी। इसके परिणामस्वरूप रौलट एक्ट के ख़िलाफ़ एक ज़बरदस्त आंदोलन उठ खड़ा हुआ। इस आंदोलन के दौरान राष्ट्रवादी आंदोलन की बाग़डोर एक नये नेता मोहनदास करमचंद गाँधी ने सँभाली, जिन्होंने इस एक्ट के पास होने पर अंग्रेज़ी सरकार को शैतानों के नाम से पुकारा था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-रौलट एक्ट

14. किस भारतीय ने देश के बाहर सर्वप्रथम गणतंत्रात्मक सरकार की स्थापना की थी?
    सुभाष चन्द्र बोस
    राजा महेन्द्र प्रताप
    रासबिहारी बोस
    मोहन सिंह

15. निम्न में से किस वायसराय का सम्बन्ध ‘ब्रेक-डायन-प्लान’ से था?
    लॉर्ड वेवेल
    लॉर्ड इरविन
    लॉर्ड रीडिंग
    लॉर्ड माउण्ट बेटन
1. दक्षिणी भारत में वैष्णव मत के प्रचार-प्रसार में किन लोगों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया?
    शंकराचार्य एवं उनके समर्थकों ने
    आलवार सन्तों ने
    कुमारिल भट्ट एवं समर्थकों ने
    उपर्युक्त में से कोई नहीं

2. हड़प्पा निवासी किस वस्तु के उत्पादन में सर्वप्रथम थे?
    मुद्राएँ
    कांसे के औजार
    कपास
    जौ
→   
कपास के फूल
कपास एक नक़दी फ़सल है। इससे रूई तैयार की जाती है। कपास को 'सफ़ेद सोना' भी कहा जाता है। लम्बे रेशे वाला कपास सबसे सर्वोत्तम प्रकार का माना जाता है। भारत में कपास का इतिहास काफ़ी पुराना है। हड़प्पा निवासी कपास के उत्पादन में संसार भर में प्रथम माने जाते थे। कपास उनके प्रमुख उत्पादनों में से एक था। विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 150 लाख मीट्रिक टन कपास पैदा होता है। आज इसका विभिन्न उद्योगों में भी प्रयोग किया जाता है।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-कपास

3. मौर्य काल में शिक्षा का प्रमुख केन्द्र क्या था?
    वैशाली
    नालंदा
    तक्षशिला
    उज्जैन
→   
तक्षशिला के अवशेष
तक्षशिला गांधार देश की राजधानी थी। यूँ तो गांधार की चर्चा ऋग्वेद से ही मिलती है, किंतु तक्षशिला की जानकारी सर्वप्रथम वाल्मीकि रामायण से होती है। अयोध्या के राजा राम की विजयों के उल्लेख के सिलसिले में हमें यह ज्ञात होता है कि, उनके छोटे भाई भरत ने अपने नाना केकयराज अश्वपति के आमंत्रण और उनकी सहायता से गंधर्वों के देश (गांधार) को जीता और अपने दो पुत्रों को वहाँ का शासक नियुक्त किया।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-तक्षशिला

4. 1857 के विद्रोह का रुहेलखण्ड में नेतृत्व किसने किया था?
    ख़ान बहादुर ख़ाँ
    शहज़ादा फ़िरोज़ ख़ाँ
    राजा बेनी माधोसिंह
    मुहम्मद हसन ख़ाँ

5. मौर्य काल में गुप्तचरों को क्या कहा जाता था?
    गूढ़ पुरुष
    गुप्तचर
    संस्था एवं संचार
    खोजी

6. 'असतो मा सद्गमय' कहाँ से लिया गया है?
    ऋग्वेद से
    सामवेद से
    यजुर्वेद से
    अथर्ववेद से
→   
ऋग्वेद का आवरण पृष्ठ
ऋग्वेद के सूक्त विविध देवताओं की स्तुति करने वाले भाव भरे गीत हैं। 'ॠक' का अर्थ होता है छन्दोबद्ध रचना या श्लोक। इनमें भक्तिभाव की प्रधानता है। यद्यपि ऋग्वेद में अन्य प्रकार के सूक्त भी हैं, परन्तु देवताओं की स्तुति करने वाले स्रोतों की प्रधानता है। ऋग्वेद में कुल दस मण्डल हैं और उनमें 1,029 सूक्त हैं और कुल 10,580 ॠचाएँ हैं। ये स्तुति मन्त्र हैं। ऋग्वेद के दस मण्डलों में कुछ मण्डल छोटे हैं और कुछ मण्डल बड़े हैं। ऋग्वेद के समस्य सूक्तों के ऋचाओं (मंत्रों) की संख्या 10600 है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:- ॠग्वेद

7. निम्नलिखित में से कौन-सा शहर चोल राजाओं की राजधानी था?
    सांची
    तंजौर
    मदुरै
    त्रिचिनापल्ली
→   
बृहदेश्वर मंदिर, तंजौर
तमिलनाडु के पूर्वी मध्यकाल में तंजौर या तंजावूर नगरी चोल साम्राज्य की राजधानी के रूप में काफ़ी विख्यात थी। तंजौर को मन्दिरों की नगरी कहना कहीं अधिक उपयुक्त होगा, क्योंकि यहाँ पर 75 छोटे-बड़े मन्दिर हैं। चोल वंश ने 400 वर्ष से भी अधिक समय तक तमिलनाडु पर राज किया। इस दौरान तंजावुर ने बहुत उन्नति की। इसके बाद नायक और मराठों ने यहाँ शासन किया।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-तंजौर

8. किस मुग़ल शासक को 'आलमगीर' कहा जाता था?
    अकबर
    शाहजहाँ
    औरंगजेब
    जहाँगीर
→   
औरंगज़ेब का दरबार
1636 ई. से 1644 ई. एवं 1652 ई. से 1657 ई. तक औरंगज़ेब गुजरात, मुल्तान एवं सिंध का भी गर्वनर रहा। आगरा पर क़ब्ज़ा कर जल्दबाज़ी में औरंगज़ेब ने अपना राज्याभिषक 'अबुल मुजफ़्फ़र मुहीउद्दीन मुजफ़्फ़र औरंगज़ेब बहादुर आलमगीर' की उपाधि से 31 जुलाई, 1658 ई. को दिल्ली में करवाया। ‘खजुवा’ एवं ‘देवराई’ के युद्ध में सफल होने के बाद 15 मई, 1659 ई. को औरंगज़ेब ने दिल्ली में प्रवेश किया, जहाँ शाहजहाँ के शानदार महल में औरंगज़ेब का दूसरी बार राज्याभिषेक हुआ।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-औरंगजेब

9. पटना को प्रान्तीय राजधानी किसने बनाया था?
    शेरशाह ने
    दारा शिकोह ने
    इब्राहिम लोदी ने
    बाबर ने
→   
शेरशाह सूरी
शेरशाह सूरी ने ही सर्वप्रथम अपने शासन काल में आज की भारतीय मुद्रा रुपया को जारी किया था। इसीलिए इतिहासकार शेरशाह सूरी को आधुनिक रुपया व्यवस्था का अग्रदूत भी मानते है। मौर्यों के पतन के बाद पटना को पुनः प्रान्तीय राजधानी बनाया गया था। अतः आधुनिक पटना को शेरशाह द्वारा बसाया माना जाता है।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-शेरशाह

10. मुग़ल सम्राट अकबर के समय का प्रसिद्ध चित्रकार कौन था?
    अबुल फ़ज़ल
    बिशनदास
    दशवत
    उस्ताद मसूर

11. 'अकबरनामा' किसके द्वारा लिखा गया था?
    अब्दुल रहीम ख़ानख़ाना
    फ़ैज़ी
    अब्दुल क़ादिर बदायूँनी
    अबुल फ़ज़ल
→    अबुल फ़ज़ल बहुत वर्षों तक अकबर का विश्वासपात्र वज़ीर और सलाहकार रहा। वह केवल दरबारी और आला अफ़सर ही नहीं था, वरन बड़ा विद्वान था और उसने अनेक पुस्तकें भी लिखी थीं। उसकी आइना-ए-अकबरी में अकबर के साम्राज्य का विवरण मिलता है और अकबरनामा में उसने अकबर के समय का इतिहास लिखा है। उसका भाई फ़ैज़ी भी अकबर का दरबारी शायर था।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-अबुल फ़ज़ल

12. शिवाजी के राजनीतिक गुरु एवं संरक्षक कौन थे?
    समर्थ रामदास
    शाहजी भोंसले
    दादाजी कोण्डदेव
    इनमें से कोई नहीं

13. किसे अंतिम महान पेशवा कहा जाता है?
    माधवराव नारायण
    नारायणराव
    रघुनाथराव
    माधवराव प्रथम
→    माधवराव प्रथम के समय ऐसा प्रतीत हो रहा था कि, पानीपत की तीसरी लड़ाई के फलस्वरूप मराठों की शक्ति को जितनी क्षति पहुँची थी, उस सब की भरपाई कर ली गई है। इसी समय अचानक 1772 ई. में महान पेशवा माधवराव प्रथम का देहान्त हो गया। इस बारे में 'ग्राण्ट डफ़' ने लिखा है कि, 'मराठा साम्राज्य के लिए पानीपत का मैदान उतना घातक सिद्ध नहीं हुआ, जितना इस श्रेष्ठ शासक का असामयिक देहावसान'।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-माधवराव प्रथम

14. निम्नलिखित में से कौन बीजगणित के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए विशेष रूप से जाना जाता है?
    आर्यभट्ट
    भास्कर
    लल्ल
    ब्रह्मगुप्त
→    ब्रह्मगुप्त गणित ज्योतिष के बहुत बड़े आचार्य थे। आर्यभट्ट के बाद भारत के पहले गणित शास्त्री 'भास्कराचार्य प्रथम' थे। उसके बाद ब्रह्मगुप्त हुए। ब्रह्मगुप्त खगोलशास्त्री भी थे, और आपने 'शून्य' के उपयोग के नियम खोजे थे। इसके बाद अंकगणित और बीजगणित के विषय में लिखने वाले कई गणितशास्त्री हुए।ध्यान दें अधिक जानकारी के लिए देखें:-ब्रह्मगुप्त

15. बाल गंगाधर तिलक द्वारा शुरू की गई साप्ताहिक पत्रिका कौन-सी थी?
    यंग इंडिया
    कामरेड
    केसरी
    अल हिलाल
1. मालवा, गुजरात एवं महाराष्ट्र किस शासक ने पहली बार जीते?
    हर्षवर्धन
    स्कन्दगुप्त
    चन्द्रगुप्त मौर्य
    विक्रमादित्य
→   
बुद्ध प्रतिमा, बोधगया, बिहार
चंद्रगुप्त के वंश के समान उसके आरम्भिक जीवन के पुनर्गठन का भी आधार किंवदंतियाँ एवं परम्पराएँ ही अधिक हैं और ठोस प्रमाण कम हैं। इस सम्बन्ध में चाणक्य चंद्रगुप्त कथा का सारांश उल्लेखनीय है। जिसके अनुसार नंद वंश द्वारा अपमानित किए जाने पर चाणक्य ने उसे समूल नष्ट करने का प्रण किया। सिकंदर के भारत आक्रमण के समय चंद्रगुप्त मौर्य की उससे पंजाब में भेंट हुई थी। किसी कारणवश रुष्ट होकर सिकंदर ने चंद्रगुप्त को क़ैद कर लेने का आदेश दिया था। पर चंद्रगुप्त उसकी चंगुल से निकल आया। इसी समय इसका संपर्क 'कौटिल्य' या 'चाणक्य' से हुआ। चाणक्य नंद राजाओं से रुष्ट था। उसने नंद राजाओं को पराजित करके अपनी महत्त्वाकांक्षा पूर्ण करने में चंद्रगुप्त मौर्य की पूरी सहायता की।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-चन्द्रगुप्त मौर्य

2. मराठा साम्राज्य की सबसे बहादुर महिला कौन थी?
    ताराबाई
    येसूबाई
    सईबाई
    सोयराबाई
→    ताराबाई, शिवाजी प्रथम के द्वितीय पुत्र राजाराम की पत्नी थी। राजाराम की मृत्यु के बाद विधवा ताराबाई ने अपने 4 वर्षीय पुत्र शिवाजी तृतीय का राज्याभिषेक करवाकर मराठा साम्राज्य की वास्तविक संरक्षिका बन गई। ताराबाई एक अद्धितीय उत्साह वाली महिला थी।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-ताराबाई

3. किसने कहा है कि 'मराठों का उदय आकस्मिक अग्निकांड की भांति' हुआ?
    ग्रांट डफ
    आंद्रेविक
    एम. जी. राणाडे
    जदुनाथ सरकार

4. महात्मा बुद्ध किस क्षत्रिय कुल के थे?
    शाक्य
    जांत्रिक
    कोसल
    कोल्लि

5. भारत में पहली मुद्रण मशीन की स्थापना किसने की?
    पुर्तगालियों ने
    अंग्रेज़ो ने
    फ्रांसीसियों ने
    डचों ने

6. अंग्रेज़ों का सर्वाधिक विरोध किसने किया था?
    राजपूतों ने
    मुग़लों ने
    सिक्खों ने
    मराठों ने
→    मराठा लोगों को 'महरट्टा' या 'महरट्टी' भी कहा जाता है। भारत के वे प्रमुख लोग, जो इतिहास में 'क्षेत्र रक्षक योद्धा' और हिन्दू धर्म के समर्थक के रूप में विख्यात हैं, इनका गृहक्षेत्र आज का मराठी भाषी क्षेत्र महाराष्ट्र राज्य है, जिसका पश्चिमी क्षेत्र समुद्र तट के किनारे मुंबई (भूतपूर्व बंबई) से गोवा तक और आंतरिक क्षेत्र पूर्व में लगभग 160 किमी. नागपुर तक फैला हुआ था।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-मराठों

7. पंजाब के राजा रणजीत सिंह की राजधानी कहाँ थी?
    अमृतसर
    रावलपिंडी
    लाहौर
    पेशावर
→   
जहाँगीर का मक़बरा, लाहौर, पाकिस्तान
लाहौर पर 1768 ई. में सिक्खों का अधिकार हो गया और 1799 ई. में यह रणजीत सिंह के अधिकार में आ गया। रणजीत सिंह ने लाहौर को अपनी राजधानी बनाया। 1799 ई. में पंजाब केसरी रणजीत सिंह के समय में लाहौर को फिर एक बार पंजाब की राजधानी बनने का गौरव मिला।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-लाहौर

8. सर्वप्रथम रोम के साथ किन लोगों का व्यापार प्रारम्भ हुआ?
    कुषाणों का
    तमिल एवं चेरों का
    वाकाटकों का
    शकों का

9. 'नानू आसन' किसे कहा जाता था?
    श्री नारायण गुरु
    सी. एन. मुदालियार
    इ. वी. रामास्वामी नायकर
    टी. एम. नायर

10. कौन-सी घटना महाराष्ट्र में घटित हुई?
    कोल विद्रोह
    रम्पा विद्रोह
    भील विद्रोह
    संथाल विद्रोह

11. ‘सप्तरथ मन्दिर’ का निर्माण पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन प्रथम ने कहाँ पर करवाया था?
    महाबलीपुरम
    कांची
    मदुरा
    इनमें से कोई नहीं
→    महाबलीपुरम ऐतिहासिक नगर, मामल्लपुरम भी कहलाता है, यह पूर्वोत्तर तमिलनाडु राज्य, दक्षिण भारत में स्थित है। यह नगर बंगाल की खाड़ी पर चेन्नई (भूतपूर्व मद्रास) से 60 किलोमीटर दूर स्थित है। इसका एक अन्य प्राचीन नाम बाणपुर भी है।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-महाबलीपुरम

12. झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का मूल नाम क्या था?
    मणिकर्णिका
    जयश्री
    पद्मा
    अहल्या

13. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक कौन थे?
    दादाभाई नौरोजी
    बाल गंगाधर तिलक
    ए.ओ.ह्यूम
    सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
→   
सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
सुरेन्द्रनाथ बनर्जी का जन्म 10 नवम्बर, 1848 ई. में कलकत्ता के ब्राह्मण परिवार में हुआ था। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापकों में से एक और पार्टी के सम्मानित नेता थे। ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

14. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ इंडियन एसोसिएशन का विलय कब हुआ था?
    1885 ई.
    1886 ई.
    1892 ई.
    1895 ई.

15. 'शेर-ए-पंजाब' किसका उपनाम है?
    बिपिन चन्द्र पाल
    सरदार भगतसिंह
    लाला लाजपत राय
    इनमें से कोई नहीं
→   
लाला लाजपत राय
लाला लाजपत राय ने 1920 में कलकत्ता में कांग्रेस के एक विशेष सत्र में भाग लिया। वे गांधी जी द्वारा अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ शुरू किए गए असहयोग आंदोलन में कूद पड़े जो सैद्धांतिक तौर पर रॉलेक्ट एक्ट के विरोध में चलाया जा रहा था। सन 1920 में उन्होंने पंजाब में असहयोग आन्दोलन का नेतृत्व किया, जिसके कारण 1921 में आपको जेल हुई। इसके बाद लाला जी ने 'लोक सेवक संघ' की स्थापना की। लाला लाजपतराय के नेतृत्व में यह आंदोलन पंजाब में जंगल में आग की तरह फैल गया और जल्द ही वे 'पंजाब का शेर या पंजाब केसरी' जैसे नामों से पुकारे जाने लगे।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-लाला लाजपत राय
1. बाल विवाह की प्रथा कब से आरंभ हुई?
    मौर्य काल से
    गुप्तकाल से
    कुषाण काल से
    हर्षवर्धन काल से
→    गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी सदी के अन्त में प्रयाग के निकट कौशाम्बी में हुआ। गुप्त कुषाणों के सामन्त थे। इस वंश का आरंभिक राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार में था। लगता है कि गुप्त शासकों के लिए बिहार की उपेक्षा उत्तर प्रदेश अधिक महत्त्व वाला प्रान्त था, क्योंकि आरम्भिक अभिलेख मुख्यतः इसी राज्य में पाए गए हैं।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-गुप्तकाल

2. हर्षवर्धन की आत्मकथा किसने लिखी?
    फिरदौसी
    वराहमिहिर
    बाणभट्ट
    इनमें से कोई नहीं
→    बाणभट्ट की लेखनी से अनेक ग्रन्थ रत्नों का लेखन हुआ है, किन्तु बाणभट्ट का महाकवित्व केवल 'हर्षचरित' और 'कादम्बरी' पर प्रधानतया आश्रित है। इन दोनों गद्य काव्यों के अतिरिक्त 'मुकुटताडितक', 'चण्डीशतक' और 'पार्वती-परिणय' भी बाणभट्ट की रचनाओं में परिगणित हैं।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-बाणभट्ट

3. भीमबेटका किसके लिए प्रसिद्ध है?
    गुफ़ाओं के शैलचित्र
    खनिज
    बौद्ध प्रतिमाएं
    सोन नदी का उद्गम स्थल

4. उस शासक का नाम क्या है, जिसने विजय स्तम्भ का निर्माण कराया था?
    राणा कुम्भा
    राणा सांगा
    राणा रतन सिंह
    राणा हमीर

5. विक्रमशिला शिक्षा केन्द्र के संस्थापक का नाम क्या है?
    देवपाल
    धर्मपाल
    नयपाल
    नरेन्द्रपाल
→    धर्मपाल द्वारा बहुत से विहार एवं मठों का निर्माण करवाया गया था। उसने प्रसिद्ध विक्रमशिला विश्वविद्यालय और नालन्दा विश्वविद्यालय की स्थापना 'पाथरघाट भागलपुर' (बिहार) में की थी।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-धर्मपाल

6. प्रसिद्ध भक्त कवियित्री मीराबाई के पति का नाम क्या था?
    राणा रतन सिंह
    राजकुमार भोजराज
    राणा उदयसिंह
    राणा सांगा

7. अकबर द्वारा बनाई गयी श्रेष्ठतम इमारतें कहाँ पायी जाती हैं?
    आगरा के क़िले में
    लाहौर के क़िले में
    इलाहाबाद के क़िले में
    फ़तेहपुर सीकरी में
→   
फतेहपुर सीकरी
आगरा से 22 मील दक्षिण में मुग़ल सम्राट अकबर के बसाए हुए भव्य नगर के खंडहर आज भी अपने प्राचीन वैभव की झाँकी प्रस्तुत करते हैं। अकबर से पूर्व यहाँ फ़तेहपुर और सीकरी नाम के दो गाँव बसे हुए थे, जो अब भी हैं। इन्हें अंग्रेज़ शासक ओल्ड विलेजेस के नाम से पुकारते थे।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-फतेहपुर सीकरी

8. प्रथम कर्नाटक युद्ध की समाप्ति किस संधि से हुई?
    एक्सला चैपेल की संधि
    गोडेहू की संधि
    पाण्डिचेरी की संधि
    पेरिस की संधि

9. टीपू सुल्तान की मृत्यु 1799 ई. में कहाँ हुई थी?
    मैसूर में
    कुर्ग में
    श्रीरंगपट्टनम में
    वांडीवाश में

10. निम्नलिखित में से ब्रिटिश सरकार का वह गवर्नर-जनरल कौन था, जिसने भारत में डाक टिकट शुरू किए थे?
    लॉर्ड डलहौज़ी
    लॉर्ड आकलैण्ड
    लॉर्ड कैनिंग
    लॉर्ड विलियम बैंटिक
→   
लॉर्ड डलहौज़ी
डाक विभाग में सुधार करते हुए डलहौज़ी ने 1854 ई. में नया ‘पोस्ट ऑफ़िस एक्ट’ पास किया। इस एक्ट के तहत तीनों प्रेसीडेंसियों में एक-एक महानिदेशक नियुक्त करने की व्यवस्था की गई। देश के अन्दर 2 पैसे की दर से पत्र भेजने की व्यवस्था की गई। पहली बार डलहौज़ी ने भारत में डाक टिकट का प्रचलन प्रारम्भ किया।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-लार्ड डलहौज़ी

11. हैदर अली की मृत्यु (1782 ई.) किस युद्ध के दौरान हुई थी?
    प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध
    द्वितीय आंग्ल-मैसूर युद्ध
    तृतीय आंग्ल-मैसूर युद्ध
    चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध
→   
हैदर अली
हैदर अली 1781 ई. में 'सर आयरकूट' द्वारा पोर्टोनोवो, पोलिलूर और शोलिंगलूर के तीन युद्धों में परास्त हुआ। क्योंकि उसे फ़्रांसीसियों से प्रत्याशित सहायता न मिल सकी। फिर भी वह डटा रहा और 1782 ई. में उसके पुत्र टीपू सुल्तान ने कर्नल व्रेथवेट के नायकत्ववाली ब्रिटिश सेना से तंजौर में आत्म-समर्पण करा लिया, किंतु इस युद्ध के बीच ही हैदर अली की मृत्यु हो गई।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-हैदर अली

12. सिकन्दर ने भारत पर कब आक्रमण किया?
    326 ई.पू.
    326 ई. पू.
    323 ई. पू.
    327 ई. पू.

13. सिंधु सभ्यता का कौन-सा स्थान भारत में स्थित है?
    हड़प्पा
    मोहनजोदड़ो
    लोथल
    इनमें से कोई नहीं
→   
लोथल
लोथल गुजरात के अहमदाबाद ज़िले में 'भोगावा नदी' के किनारे 'सरगवाला' नामक ग्राम के समीप स्थित है। इसकी खुदाई 1954-55 ई. में 'रंगनाथ राव' के नेतृत्व में की गई। इस स्थल से समकालीन सभ्यता के पांच स्तर पाए गए हैं।ध्यान देंअधिक जानकारी के लिए देखें:-लोथल

14. 'आर्य' शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है?
    वीर या योद्धा
    श्रेष्ठ या कुलीन
    यज्ञकर्ता या पुरोहित
    विद्वान

15. प्राचीन भारत में 'निष्क' से जाने जाते थे-
    स्वर्ण आभूषण
    गायें
    ताँबे के सिक्के
    चाँदी के सिक्के

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