माया और मुलायम जैसे नाग सांप की जोड़ी है /
ये अरबों संपत्ति बनायें वो भी इनको थोड़ी है //
अपने दल के ये सुप्रीमो सिर न उठाता है कोई /
जो थोडा करवट भी ले ले , बच ना पाता है कोई //
किस को भी चुन लो ये केवल अपनी पूंछ बुझाएंगे /
पहले जनता से मांगें , जनता का माल उड़ायेंगे //
कांग्रेस भी रही निकम्मी बीजेपी भी टालमटोल /
चाट पोंछ खा गए राज्य को किया प्रान्त का डिब्बा गोल //
त्यागपत्र दिलवा माया जनता को खूब लुभाय रहीं /
कर सुई का दान बड़े लंगर को सहज पचाय रहीं//
लेकिन जनता जाग गयी अब चक्कर में नहीं आएगी /
लाख दंड पेलो पर सबको आईना दिखलाएगी //
ये अरबों संपत्ति बनायें वो भी इनको थोड़ी है //
अपने दल के ये सुप्रीमो सिर न उठाता है कोई /
जो थोडा करवट भी ले ले , बच ना पाता है कोई //
किस को भी चुन लो ये केवल अपनी पूंछ बुझाएंगे /
पहले जनता से मांगें , जनता का माल उड़ायेंगे //
कांग्रेस भी रही निकम्मी बीजेपी भी टालमटोल /
चाट पोंछ खा गए राज्य को किया प्रान्त का डिब्बा गोल //
त्यागपत्र दिलवा माया जनता को खूब लुभाय रहीं /
कर सुई का दान बड़े लंगर को सहज पचाय रहीं//
लेकिन जनता जाग गयी अब चक्कर में नहीं आएगी /
लाख दंड पेलो पर सबको आईना दिखलाएगी //
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