Friday 30 December 2011

न......ववर्ष में मन हर्ष में /
ये..... मन मिलें उमगें खिलें //
सा.....नंद हों ना द्वन्द हों /
ल......य साधना आराधना //
की.....रति बढे पीड़ा कढ़े/
शु.....चि भाव हों मन चाव हो //
भ......य मुक्त हों अनुरक्त हों /
का....या सधे माया बंधे //
म......न हो सुखी सुख बहुमुखी /
ना.... शोक हो ना रोक हो //
है...... भावना शुभ कामना ///

......सभी मित्रों के परिवारीजनों को मेरी ओर से  हार्दिक मंगल कामना




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